भिवंडी। एम हुसेन । भिवंडी पूर्व विधानसभा के विधायक रईस शेख ने गैबीनगर स्थित मनपा स्कूल क्रमांक- 22, 62 एवं 70 का निरीक्षण करने के बाद गहरी चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि यहां की धोखादायक इमारतों में अपनी जान मुट्ठी में लेकर जहां मजदूर एवं गरीब परिवार के बच्चे पढ़ने के लिये मजबूर हैं, वहीं डेढ़ हजार बच्चों के बैठने की व्यवस्था में ढाई हजार बच्चों को जानवरों की तरह बैठाकर पढ़ाया जा रहा है। वह भी केवल ढाई घंटा ।
सपा विधायक रईस शेख ने सर्व शिक्षा अभियान की जागरूकता के लिये गैबीनगर स्थित मनपा स्कूल क्रमांक- 22 एवं 62 का निरीक्षण किया । उक्त इमारत को धोखादायक बताकर उसे कचेरीपाड़ा स्थित स्कूल नंबर-70 में स्थांतरित कर दिया गया था, स्कूल का निरीक्षण करने के बाद स्कूल की जर्जर इमारत के हालात को देखकर विधायक रईस शेख ने अधिकारियों से पूछा कि स्कूल की इतनी जर्जर इमारत में जहां पर डेढ़ हजार बच्चों की बैठने की व्यवस्था है, वहां ढाई हजार बच्चों की पढ़ाई किस तरह से हो रही है ? वहां के शिक्षकों ने बताया कि बच्चों को केवल ढाई घंटे पढ़ाया जाता है, उसके बाद उनकी छुट्टी कर दी जाती है ।
जिसको लेकर विधायक रईस शेख ने जिम्मेदार अधिकारियों एवं स्कूल के शिक्षकों के विरुद्ध तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है । जर्जर इमारत के बारे में पूछने पर अधिकारियों ने फंड न होने के कारण इमारतों की मरम्मत करने में असमर्थता जताई। जबकि महापौर जावेद दलवी ने अगस्त महीने में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके 30 स्कूलों की मरम्मत के लिए एक करोड़ 86 लाख 73 हजार रुपये मंजूर होने की जानकारी दी थी ।वहां मौजूद अधिकारियों ने बताया कि वह फंड अभी भी शिक्षा विभाग के खाते में उपलब्ध नहीं कराया गया है ।
विधायक रईस शेख ने बताया कि मनपा के कई स्कूल ऐसे हैं जहां की महिला शिक्षिकायें खिड़कियां खोलने से डरती हैं, उन्होंने इसके लिये मनपा अधिकारियों से डीसीपी राजकुमार शिंदे के साथ बैठक करके इसका हल निकालने का निर्देश दिया है।
इसी प्रकार शांतिनगर स्कूल का भी निरीक्षण किया तो वहां भी गंदगी के अंबार और दुर्गंध से भरी हुई क्लास रूम देखने को मिली ।विधायक रईस शेख ने कहा इंसानों की मूलभूत सुविधाओं में स्वास्थ्य शिक्षा का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है, इसलिये उसका हल निकलना आवश्यक है ।विधायक रईस शेख के साथ मनपा के उपायुक्त सुभाष झलके शहर अभियंता एल.पी.गायकवाड़, माध्यमिक विभाग के अधिकारी सुनिल झलके कार्यालयीन अधिकारी नाहिला मोमिन, कनिष्ठ अभियंता विद्युत वाघमारे आदि उपस्थित थे ।
विधायक रईस शेख ने बताया कि निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अधिकार एक मिशन है, जिसके लिये वह पिछले आठ वर्षों से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा किसी भी विकसित समाज की नींव होती है, जिसके लिये उन्होंने 3 दिसंबर को मनपा अधिकारियों के साथ भिवंडी के विभिन्न प्राथमिक स्कूलों का निरीक्षण किया। विधायक रईस शेख ने भिवंडी मनपा स्कूलों के गिरते हुये शिक्षा स्तर में सुधार लाने में, निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के वादे को पूरा करने में शहर की सभी समाजिक एवं शैक्षणिक संस्थाओं से सहयोग करने का अनुरोध किया है ।
इस संदर्भ में रईस शेख - विधायक भिवंडी पूर्व विधानसभा ने बताया कि
इस प्रकार निर्णय लेने वाले अधिकारियों को निलंबित करने एवं स्कूल में बिजली,पंखा,पानी एवं शौचालय के लिये एक महीने का समय दिया गया है ।
सपा विधायक रईस शेख ने सर्व शिक्षा अभियान की जागरूकता के लिये गैबीनगर स्थित मनपा स्कूल क्रमांक- 22 एवं 62 का निरीक्षण किया । उक्त इमारत को धोखादायक बताकर उसे कचेरीपाड़ा स्थित स्कूल नंबर-70 में स्थांतरित कर दिया गया था, स्कूल का निरीक्षण करने के बाद स्कूल की जर्जर इमारत के हालात को देखकर विधायक रईस शेख ने अधिकारियों से पूछा कि स्कूल की इतनी जर्जर इमारत में जहां पर डेढ़ हजार बच्चों की बैठने की व्यवस्था है, वहां ढाई हजार बच्चों की पढ़ाई किस तरह से हो रही है ? वहां के शिक्षकों ने बताया कि बच्चों को केवल ढाई घंटे पढ़ाया जाता है, उसके बाद उनकी छुट्टी कर दी जाती है ।
जिसको लेकर विधायक रईस शेख ने जिम्मेदार अधिकारियों एवं स्कूल के शिक्षकों के विरुद्ध तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है । जर्जर इमारत के बारे में पूछने पर अधिकारियों ने फंड न होने के कारण इमारतों की मरम्मत करने में असमर्थता जताई। जबकि महापौर जावेद दलवी ने अगस्त महीने में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके 30 स्कूलों की मरम्मत के लिए एक करोड़ 86 लाख 73 हजार रुपये मंजूर होने की जानकारी दी थी ।वहां मौजूद अधिकारियों ने बताया कि वह फंड अभी भी शिक्षा विभाग के खाते में उपलब्ध नहीं कराया गया है ।
विधायक रईस शेख ने बताया कि मनपा के कई स्कूल ऐसे हैं जहां की महिला शिक्षिकायें खिड़कियां खोलने से डरती हैं, उन्होंने इसके लिये मनपा अधिकारियों से डीसीपी राजकुमार शिंदे के साथ बैठक करके इसका हल निकालने का निर्देश दिया है।
इसी प्रकार शांतिनगर स्कूल का भी निरीक्षण किया तो वहां भी गंदगी के अंबार और दुर्गंध से भरी हुई क्लास रूम देखने को मिली ।विधायक रईस शेख ने कहा इंसानों की मूलभूत सुविधाओं में स्वास्थ्य शिक्षा का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है, इसलिये उसका हल निकलना आवश्यक है ।विधायक रईस शेख के साथ मनपा के उपायुक्त सुभाष झलके शहर अभियंता एल.पी.गायकवाड़, माध्यमिक विभाग के अधिकारी सुनिल झलके कार्यालयीन अधिकारी नाहिला मोमिन, कनिष्ठ अभियंता विद्युत वाघमारे आदि उपस्थित थे ।
विधायक रईस शेख ने बताया कि निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अधिकार एक मिशन है, जिसके लिये वह पिछले आठ वर्षों से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा किसी भी विकसित समाज की नींव होती है, जिसके लिये उन्होंने 3 दिसंबर को मनपा अधिकारियों के साथ भिवंडी के विभिन्न प्राथमिक स्कूलों का निरीक्षण किया। विधायक रईस शेख ने भिवंडी मनपा स्कूलों के गिरते हुये शिक्षा स्तर में सुधार लाने में, निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के वादे को पूरा करने में शहर की सभी समाजिक एवं शैक्षणिक संस्थाओं से सहयोग करने का अनुरोध किया है ।
इस संदर्भ में रईस शेख - विधायक भिवंडी पूर्व विधानसभा ने बताया कि
इस प्रकार निर्णय लेने वाले अधिकारियों को निलंबित करने एवं स्कूल में बिजली,पंखा,पानी एवं शौचालय के लिये एक महीने का समय दिया गया है ।