देश को आजाद कराने के लिए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लड़ने के कारण जिन लोगों को जेल की सजा हुई उन्हें स्वतंत्र सैनिक कहा गया।और जो लोग आपातकाल(मिसा)के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए जेल की सजा काटी उन्हें लोकतंत्र सैनिक कहा गया।
उन्हीं लोकतंत्र सैनिकों में से एक स्वदेश राजेश जोशी चेम्बूर के सेल कॉलोनी में अपने आवास पर मुंबई भाजपा के वरिष्ठ नेता और भाजपा हाकर्स यूनिट मुंबई के अध्यक्ष व मुंबई के पूर्व उप-महापौर बाबू भाई भवान जी से बातचीत कर रहे थे।श्री जोशी अपनी उम्र के 70 वें साल में भी जवानों की तरह छाती पर हाथ रख कर गर्व से बोल रहे थे।मुझे इस बात का अभिमान है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 में आपातकाल(मिसा)लगा कर जिस लोकतंत्र को देश से समाप्त करने का काम किया था।उसे पुनः बहाल कराने के लिए हमने सड़क पर उतर कर आंदोलन किया।डबल डेकर बस में ऊपर से इंदिरा की तानाशाही हुकूमत के खिलाफ कमीज के अंदर छुपाकर रखा गया पर्चे बांटे।मुझे सीआईडी ने रंगे हाथों पकड़ लिया और हमें आर्थर रोड जेल फिर थाणे और अलीबाग के जेल में कैद में रखा गया था।मुझे बर्फ की सिल्ली पर लिटाकर पिटा गया लेकिन हमने माफ़ी नही मांगी थी।अन्ततः21मार्च 1977 को देश पर लगा आपातकाल(मिसा)ख़त्म हुआ और मुझे जेल से रिहा कर दिया गया।फिर लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में जनता पार्टी बनाई गई।इस दौरान मैं काफी सक्रिय था।दो साल 7 माह बाद केंद्र की मोरारजी देसाई सरकार गिर गई।फिर लालकृष्ण आडवानी और पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटलबिहारी वाजपेयी की अगुआई में भारतीय जनता पार्टी बनी।भाजपा के स्थापना काल से ही मैं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य के रूप में इस पार्टी का काम कर चुका हूँ।कभी दो लोकसभा सीट वाली मेरी पार्टी आज देश में हुकूमत कर रही है।मुझे और क्या चाहिए कुछ भी नहीं।अबतक के देश के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अपना देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है ।अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण धारा 370 और तीन तलाक की समस्या का निदान।हम चंद्रमा पर चले गये और सूरज की तरफ बढ़ रहे हैं।
आज बाबूभाई भावानजी जैसा व्यक्ति ने मेरा और मेरी पत्नी निधि जोशी का सम्मान किया और बड़े प्यार से मुझे अपने गले से लगा लिया है।यह मेरे लिए सबसे ज्यादा खुशी की बात है।
बाबूभाई भवानजी ने स्थानिक पत्रकार से अपना मानोगत व्यक्त करते हुए कहा कि आज भाजपा सरकार को चाहिए कि स्वदेश राजेश जोशी जैसे लोकतंत्र सेनानिओं को सम्मानित कर उनकी आर्थिक मदद से उनका जीवन स्तर सुधारने का प्रयास करे।ए वो लोग हैं जिनके त्याग और तप के बलपर भाजपा देश की सत्ता पर काबिज है।खासकर स्वदेश जोशी के परिवार की प्रशंसा करनी होगी की मिसा के दौरान इनके पिता राजेश जोशी और माता आशा जोशी के साथ इनके चाचा रविन्द्र जोशी को भी जेल की हवा खानी पड़ी थी।भाजपा की तरफ से जोशी परिवार का हार्दिक अभिनन्दन करते हुए इतना ही कहना चाहता हूं कि आज के युवाओं को अपने देश की रक्षा और सेवा के लिए स्वदेश राजेश जोशी से प्रेरणा लेने की जरूरत है।
फोटो:कपिलदेव खरवार