मुंबई । स्टार न्यूज़ टूडे । कपिलदेव खरवार
हम देख रहे हैं कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार बनी है।तभी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी हर साल देश के लाखों करोड़ों युवाओं को नौकरी देने की बात करते हैं।उनकी यह घोषणा केवल समाचार पत्रों में बड़े- बड़े काले-काले अक्षरों में छप कर रह जाता है।
जय हिन्दुस्तान हॉकर्स यूनियन चेम्बूर के अध्यक्ष मंज़ूर मकबूल खान अपने कुछ बेरोजगार फेरीवालों के साथ फुटपाथ पर स्थानिक मीडिया कर्मियों से बात कर रहे थे।उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह भी कहा कि हम फेरीवाले थोड़े पढ़े लिखे कम जरूर हैं।लेकिन उनकी नौकरी देने वाली खबर पढ़ ही लेते हैं।आज महीनों से राज्य सरकार महानगरपालिका और पुलिस प्रशासन की मिली भगत से फेरीवालों को धंधा करने से बंचित कर दिया गया है।इससे गरीब फेरीवाले इन दिनों भूखमरी के कगार पर हैं।इसलिए की उनके पास कोई अन्य रोजगार भी नही है सिवाय फेरी का धंधा के।
अब हम सब गरीब और बेरोजगार फेरीवाले केंद्र और राज्य सरकार तथा मनपा के अधिकारी और पुलिसकर्मियों से एक सवाल पूछना चाहते हैं कि रोजगार है कहाँ और हम बेरोजगारी की दशा में अपने बालबच्चों को लेकर जाये तो जाये कहाँ?
राजेंद्र काकड़े,अनिल कदम,हसरत अली शेख,रमेश गावड़े,अब्दुल शेख,रिजवान शेख,रमेश जाधव,असलम शेख,राजू खान,? गुप्ता,सलीम खान,रफीक खान,पिंटू जायसवाल,हबीब खान,जाफर भाई,रामप्रसाद सैनी,रहीम खान,बाबर शेख,बाँकेलाल बनिया,कलाम खान,सहदेव तलवटकर,गामा शेख,संदीप पटेल,नियाज,चाँद भाई,विनायक शिंदे,हरिश पाटिल,सुशील सिंह,शुभम हंचाटे,शांता बाई भोंसले,जीतलाल अग्रहरी,रामधन अग्रहरी,संतोष अग्रहरी के अलावा और कई चेम्बूर के बेरोजगार फेरीवालों का नाम मंजूर मकबूल खान ने बताया।
फोटो:कपिलदेव