भिवंडी ।एम हुसेन।भिवंडी निजामपुर शहर महानगरपालिका में महाराष्ट्र शासन द्वारा सक्षम अधिकारी नियुक्त न किए जाने के परिणाम स्वरुप मनपा प्रशासन द्वारा मनमाने तरीके से नियुक्त प्रभारी अधिकारियों द्वारा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है । भिवंडी मनपा में विकास कार्य करने वाले ठेकेदारों द्वारा मनमानी पूर्ण रूप से वसूली की जा रही है जिसका विपरीत प्रभाव विकास कार्यों के घटियापन के रूप में देखा जा रहा है।इस संदर्भ में जागरूक शहरवासियों का मानना है कि, मनपा प्रशासन भ्रष्टाचार की मुहिम में पूर्णतया सहभागी होने के कारण आंखें बंद किए हुए है,जनहित सामाजिक संस्था नें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे,नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे सहित नगर विकास प्रधान सचिव मनीषा म्हैस्कर को लिखित पत्र देकर भ्र्ष्टाचार पर अंकुश लगाए जाने हेतु भिवंडी मनपा में सक्षम अधिकारियों की नियुक्ति तत्काल प्रभाव से किये जाने की मांग की है ।
गौरतलब हो कि पूर्व 2002 में भिवंडी मनपा की स्थापना की गई है , 18 वर्ष बीत जाने के बाद भी महाराष्ट्र शासन द्वारा भिवंडी मनपा सेवा में मनपा अधिनियम सेवा शर्तों के अनुसार सक्षम अधिकारियों की नियुक्ति नहीं की जा सकी है ।जिसकारण शासन की लापरवाही का लाभ उठाते हुए भिवंडी मनपा प्रशासन द्वारा विगत 18 वर्षों से मनपा के अहम विभागों में सक्षम ईमानदार अधिकारियों को नियुक्त करने के बजाये असक्षम,भृष्टतम अधिकारियों को प्रभारी अधिकारी का दर्जा देकर काम चलाया जा रहा है।मनपा सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार भिवंडी मनपा में अधिसंख्य जिम्मेदार पदों पर स्वास्थ्य,आरोग्य, कर, अवैध निर्माण, बांधकाम, शहर अभियंता, शिक्षण, एलबीटी आदि प्रमुख पदों पर मनपा प्रशासन की मनमर्जी से अहम विभागों में प्रभारी शीर्ष अधिकारी नामित कर मनमानीपूर्ण तरीके से कार्य चलाया जा रहा है । आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि,मनपा प्रशासन के गलत निर्णय से प्रभारी पदों पर काबिज तमाम अधिकारी पहले से ही उसी विभाग में निम्न पदों पर काबिज हैं इसके बावजूद भिवंडी मनपा प्रशासन द्वारा मनमानी पूर्ण तरीके से अपनी जेब भर कर अधिकारियों को बड़ा पद देते हुए मुहमांगी वसूली को अंजाम दिया जा रहा है ,भिवंडी मनपा में विगत 15 वर्षों से "जेब भरो अच्छा पद लो" का नारा चरितार्थ हो रहा है। मनपा प्रशासन की जेबें भरकर प्रभारी उपायुक्त,सहायक आयुक्त,शहर विकास अधिकारी जैसे अहम पदों को शुशोभित कर रहे भ्रष्ट अधिकारी समुचित शासकीय जानकारी के अभाव में पैसे की लालच में गलत निर्णय को अंजाम देकर मनपा के राजस्व को भारी हानि भी पहुंचा रहे हैं जिसका खामियाजा मनपा प्रशासन को जरूर उठाना पड़ेगा ऐसा प्रबुद्ध लोगों का कहना है ।जागरूक शहरवासियों का कहना है कि, महाराष्ट्र शासन की लापरवाही के कारण भिवंडी मनपा में असक्षम अधिकारियों को भी प्रभारी उपायुक्त बनाए जाने का कुत्सित खेल जोरों से चल रहा है ।बता दें कि, विगत दिनों भिवंडी मनपा में कार्यरत क्लर्क को सहायक आयुक्त, जनरेटर चालक को शहर विकास अधिकारी बनाया जाना समुचे प्रदेश में चर्चा का विषय बन चुका है। मनपा सूत्रों की मानें तो, भिवंडी मनपा प्रशासन द्वारा 2005 में ही तत्कालीन मुख्यमंत्री, नगर विकास मंत्रालय, नगर विकास प्रधान सचिव को पत्र लिखकर भिवंडी मनपा में सभी अहम विभागों पर सक्षम अधिकारी नियुक्त किये जाने की मांग की गई थी जो 15 वर्षों बाद भी प्रलंबित है, जनहित सामाजिक संस्था द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे,नगरविकास मंत्री एकनाथ शिंदे सहित प्रधान सचिव म्हैस्कर को पत्र लिखकर मनपा में पारदर्शी विकास कार्यों हेतु जांच कर के प्रभारी अधिकारियों को तुरंत हटाए जाने एवं प्राथमिकता से सभी अहम विभागों में सक्षम अधिकारी नियुक्त किये जाने की मांग की है ।जनहित संस्था के पत्र से भिवंडी मनपा में मलाईदार पदों पर काबिज प्रभारी अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है ।
गौरतलब हो कि पूर्व 2002 में भिवंडी मनपा की स्थापना की गई है , 18 वर्ष बीत जाने के बाद भी महाराष्ट्र शासन द्वारा भिवंडी मनपा सेवा में मनपा अधिनियम सेवा शर्तों के अनुसार सक्षम अधिकारियों की नियुक्ति नहीं की जा सकी है ।जिसकारण शासन की लापरवाही का लाभ उठाते हुए भिवंडी मनपा प्रशासन द्वारा विगत 18 वर्षों से मनपा के अहम विभागों में सक्षम ईमानदार अधिकारियों को नियुक्त करने के बजाये असक्षम,भृष्टतम अधिकारियों को प्रभारी अधिकारी का दर्जा देकर काम चलाया जा रहा है।मनपा सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार भिवंडी मनपा में अधिसंख्य जिम्मेदार पदों पर स्वास्थ्य,आरोग्य, कर, अवैध निर्माण, बांधकाम, शहर अभियंता, शिक्षण, एलबीटी आदि प्रमुख पदों पर मनपा प्रशासन की मनमर्जी से अहम विभागों में प्रभारी शीर्ष अधिकारी नामित कर मनमानीपूर्ण तरीके से कार्य चलाया जा रहा है । आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि,मनपा प्रशासन के गलत निर्णय से प्रभारी पदों पर काबिज तमाम अधिकारी पहले से ही उसी विभाग में निम्न पदों पर काबिज हैं इसके बावजूद भिवंडी मनपा प्रशासन द्वारा मनमानी पूर्ण तरीके से अपनी जेब भर कर अधिकारियों को बड़ा पद देते हुए मुहमांगी वसूली को अंजाम दिया जा रहा है ,भिवंडी मनपा में विगत 15 वर्षों से "जेब भरो अच्छा पद लो" का नारा चरितार्थ हो रहा है। मनपा प्रशासन की जेबें भरकर प्रभारी उपायुक्त,सहायक आयुक्त,शहर विकास अधिकारी जैसे अहम पदों को शुशोभित कर रहे भ्रष्ट अधिकारी समुचित शासकीय जानकारी के अभाव में पैसे की लालच में गलत निर्णय को अंजाम देकर मनपा के राजस्व को भारी हानि भी पहुंचा रहे हैं जिसका खामियाजा मनपा प्रशासन को जरूर उठाना पड़ेगा ऐसा प्रबुद्ध लोगों का कहना है ।जागरूक शहरवासियों का कहना है कि, महाराष्ट्र शासन की लापरवाही के कारण भिवंडी मनपा में असक्षम अधिकारियों को भी प्रभारी उपायुक्त बनाए जाने का कुत्सित खेल जोरों से चल रहा है ।बता दें कि, विगत दिनों भिवंडी मनपा में कार्यरत क्लर्क को सहायक आयुक्त, जनरेटर चालक को शहर विकास अधिकारी बनाया जाना समुचे प्रदेश में चर्चा का विषय बन चुका है। मनपा सूत्रों की मानें तो, भिवंडी मनपा प्रशासन द्वारा 2005 में ही तत्कालीन मुख्यमंत्री, नगर विकास मंत्रालय, नगर विकास प्रधान सचिव को पत्र लिखकर भिवंडी मनपा में सभी अहम विभागों पर सक्षम अधिकारी नियुक्त किये जाने की मांग की गई थी जो 15 वर्षों बाद भी प्रलंबित है, जनहित सामाजिक संस्था द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे,नगरविकास मंत्री एकनाथ शिंदे सहित प्रधान सचिव म्हैस्कर को पत्र लिखकर मनपा में पारदर्शी विकास कार्यों हेतु जांच कर के प्रभारी अधिकारियों को तुरंत हटाए जाने एवं प्राथमिकता से सभी अहम विभागों में सक्षम अधिकारी नियुक्त किये जाने की मांग की है ।जनहित संस्था के पत्र से भिवंडी मनपा में मलाईदार पदों पर काबिज प्रभारी अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है ।


