भिवंडी।एम हुसेन। भिवंडी कोनगांव पुलिस स्टेशन द्वारा कंपनियों में काम करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान देते हुए भिवंडी पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे व सहायक पुलिस आयुक्त पूर्व विभाग नितिन कौसडीकर की उपस्थिति में सरवली गांव के MIDC क्षेत्र में स्थापित कंपनी मालिकों के साथ बैठक की गई। इस बैठक में भिवंडी पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिदें ने कंपनी मालिकों को आश्वासन देते हुए कहा कि अगर आप से कोई खंडनी मांगता है निर्भीक होकर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाएं ,इसके साथ ही किसी प्रकार से आपके व्यवसाय में कोई बाधक बन रहा है तो इसकी सूचना तत्काल पुलिस स्टेशन को दें , जिसके कारण समय पर पुलिस आपकी सहायता कर सके ।
महिला मजदूरों की सुरक्षा की जवाबदारी भी अपनी है ,काम पर किसी महिला का शोषण नही होना चाहिए ,इस पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है जिस कंपनियों में 10 महिला से अधिक
महिला मजदूर हैं उन कंपनियों में sexual Harashment commitee की स्थापना करना चाहिए, इसके साथ ही कंपनी के अंदर रास्ते व कंपनी के मुख्य दरवाजे पर सीसीटीवी कैमरे लगाना चाहिए,लाइट की सुविधा होना चाहिए । परवाना धारक सेक्युरिटी गार्ड रख कर प्रशिक्षण देना चाहिए,किसी प्राइवेट व्यक्ति को नियुक्ति गार्ड के रूप में नहीं करना चाहिए,वहीं पर कंपनी में काम करने वाले सेक्युरिटी गार्ड का पुलिस वेरिफिकेशन करवाना चाहिए,इसके साथ ही पुलिस की सहायता के लिए कंपनियों के CSR फंड से सुरक्षा कर्मी व सुरक्षा सन साधन की व्यवस्था कर औद्योगिक क्षेत्रों में गस्त व ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा दिलाने हेतु कार्य करना चाहिए जिसके कारण पुलिस की सहायता हो सके ।उक्त बैठक में लगभग सरवली व कोन गांव परिसर के 25 से 30 कंपनियों के मालिक उपस्थित थे , इस प्रकार की जानकारी कोन गांव पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रमेश काटकर ने दी है ।
महिला मजदूरों की सुरक्षा की जवाबदारी भी अपनी है ,काम पर किसी महिला का शोषण नही होना चाहिए ,इस पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है जिस कंपनियों में 10 महिला से अधिक
महिला मजदूर हैं उन कंपनियों में sexual Harashment commitee की स्थापना करना चाहिए, इसके साथ ही कंपनी के अंदर रास्ते व कंपनी के मुख्य दरवाजे पर सीसीटीवी कैमरे लगाना चाहिए,लाइट की सुविधा होना चाहिए । परवाना धारक सेक्युरिटी गार्ड रख कर प्रशिक्षण देना चाहिए,किसी प्राइवेट व्यक्ति को नियुक्ति गार्ड के रूप में नहीं करना चाहिए,वहीं पर कंपनी में काम करने वाले सेक्युरिटी गार्ड का पुलिस वेरिफिकेशन करवाना चाहिए,इसके साथ ही पुलिस की सहायता के लिए कंपनियों के CSR फंड से सुरक्षा कर्मी व सुरक्षा सन साधन की व्यवस्था कर औद्योगिक क्षेत्रों में गस्त व ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा दिलाने हेतु कार्य करना चाहिए जिसके कारण पुलिस की सहायता हो सके ।उक्त बैठक में लगभग सरवली व कोन गांव परिसर के 25 से 30 कंपनियों के मालिक उपस्थित थे , इस प्रकार की जानकारी कोन गांव पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रमेश काटकर ने दी है ।


