यूरिया खाद खरीदने के लिए दुकानों पर उमड़ी भीड़, किसानों में भारी असंतोष व्याप्त
संवाददाता, भिवंडी । मानसून के देर से आने के बाद हुई बरसात के बाद सरकार की अव्यवस्था के कारण भिवंडी ग्रामीण क्षेत्र में यूरिया खाद की कमी होने से खाद की दुकानों पर भारी भीड़ लगी हुई है। किसानों को खेती करने के लिए खाद न मिलने से किसानों में भारी असंतोष व्याप्त है। भिवंडी तालुका अंतर्गत पडघा, दुगाड़, खारबाव,अनगांव आदि स्थानों पर यूरिया खाद की कमी होने से किसान नाराज और निराश दिखाई दे रहे हैं वहीं दुकानदारों का कहना है कि इस संदर्भ में शासन और सरकार को सूचित कर दिया गया है दो-चार दिन में खाद की आपूर्ति का शासन की ओर से आश्वासन दिया गया है। किसानों का आरोप है कि खाद की कमी के लिए पूरी तरह से शासन और सरकार जिम्मेदार है जब कृषि विभाग को यह मालूम है कि बरसात के समय सब्जी , धान तथा अन्य सामयिक फसलों की बुवाई का काम शुरू होता है। उसके पहले ही खाद की उपलब्धता की व्यवस्था करना सरकार और शासन का काम है, लेकिन सरकार और शासन ने इसकी व्यवस्था नहीं की है। सूत्रों के अनुसार शासन ने निर्देश दिया है कि ठाणे व पालघर जिला में किसानों को यूरिया खाद उपलब्ध कराने के लिए मुंबई के आरसीएफ कंपनी को सूचना दी गई है,परंतु 28 अप्रैल के बाद इस कंपनी में यूरिया खाद के निर्माण में लगने वाली अमोनियम नाइट्रेट वायु प्लांट बंद अवस्था में आ गया है। जिससे यूरिया खाद का उत्पादन रुक गया है। इसी कारण ठाणे, पालघर जिला में यूरिया खाद की कमी की सयसया प्रकाश में आई है ।राज्य सरकार ने किसानों को आवश्यक खाद आपूर्ति करने की गारंटी दी है लेकिन अचानक खाद न मिलने से किसान हैरान-परेशान हैं। किसानों की नाराजगी देखकर ठाणे जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर, ठाणे जिला कृषि अधीक्षक अंकुश माने ने किसानों को यूरिया खाद पूरा करने के लिए हस्तक्षेप करते हुए 2 दिन पहले रायगढ़ जिला के थल स्थित कारखाने से यूरिया खाद उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है जिसकी वजह से आने वाले 2 दिनों में किसानों को आवश्यक यूरिया खाद मिलने लगेगी, इस प्रकार की जानकारी रमेश एग्रो व कृषि सामान की दुकान के व्यवस्थापक प्रवीण पाटिल ने दिया है।
संवाददाता, भिवंडी । मानसून के देर से आने के बाद हुई बरसात के बाद सरकार की अव्यवस्था के कारण भिवंडी ग्रामीण क्षेत्र में यूरिया खाद की कमी होने से खाद की दुकानों पर भारी भीड़ लगी हुई है। किसानों को खेती करने के लिए खाद न मिलने से किसानों में भारी असंतोष व्याप्त है। भिवंडी तालुका अंतर्गत पडघा, दुगाड़, खारबाव,अनगांव आदि स्थानों पर यूरिया खाद की कमी होने से किसान नाराज और निराश दिखाई दे रहे हैं वहीं दुकानदारों का कहना है कि इस संदर्भ में शासन और सरकार को सूचित कर दिया गया है दो-चार दिन में खाद की आपूर्ति का शासन की ओर से आश्वासन दिया गया है। किसानों का आरोप है कि खाद की कमी के लिए पूरी तरह से शासन और सरकार जिम्मेदार है जब कृषि विभाग को यह मालूम है कि बरसात के समय सब्जी , धान तथा अन्य सामयिक फसलों की बुवाई का काम शुरू होता है। उसके पहले ही खाद की उपलब्धता की व्यवस्था करना सरकार और शासन का काम है, लेकिन सरकार और शासन ने इसकी व्यवस्था नहीं की है। सूत्रों के अनुसार शासन ने निर्देश दिया है कि ठाणे व पालघर जिला में किसानों को यूरिया खाद उपलब्ध कराने के लिए मुंबई के आरसीएफ कंपनी को सूचना दी गई है,परंतु 28 अप्रैल के बाद इस कंपनी में यूरिया खाद के निर्माण में लगने वाली अमोनियम नाइट्रेट वायु प्लांट बंद अवस्था में आ गया है। जिससे यूरिया खाद का उत्पादन रुक गया है। इसी कारण ठाणे, पालघर जिला में यूरिया खाद की कमी की सयसया प्रकाश में आई है ।राज्य सरकार ने किसानों को आवश्यक खाद आपूर्ति करने की गारंटी दी है लेकिन अचानक खाद न मिलने से किसान हैरान-परेशान हैं। किसानों की नाराजगी देखकर ठाणे जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर, ठाणे जिला कृषि अधीक्षक अंकुश माने ने किसानों को यूरिया खाद पूरा करने के लिए हस्तक्षेप करते हुए 2 दिन पहले रायगढ़ जिला के थल स्थित कारखाने से यूरिया खाद उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है जिसकी वजह से आने वाले 2 दिनों में किसानों को आवश्यक यूरिया खाद मिलने लगेगी, इस प्रकार की जानकारी रमेश एग्रो व कृषि सामान की दुकान के व्यवस्थापक प्रवीण पाटिल ने दिया है।


