डॉक्टरों एवं अस्पतालों की सुरक्षा के लिये आईएमए के शिष्टमंडल ने प्रांताधिकारी को दिया ज्ञापन ।
संवाददाता,भिवंडी। पश्चिम बंगाल के एनआरएस कॉलेज के एक युवा डॉक्टर पर हुए प्राणघातक हमला के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोशियन भिवंडी ने नेेतृत्व में सोमवार सुबह छह बजे से मंगलवार सुबह छह बजे तक सभी अस्पतालों एवं क्लिनिक आदि को बंद किया गया । आईएमए की पूर्व अध्यक्ष डॉ.सुप्रिया अरवारी ने बताया कि मरीजों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर एसोशिएशन से जुड़े हुए शहर के सभी अस्पताल एवं क्लिनिक आदि 24 घंटा के लिए बंद रखा गया है। डॉक्टरों,अस्पतालों एवं उसमें काम करने वाले कर्मचारियों की मांग को लेकर आईएमए के एक शिष्टमंडल ने प्राताधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा ।
बतादें कि इंडियन मेडिकल एसोशिएशन भिवंडी द्वारा पश्चिम बंगाल के एनआरएस कॉलेज के एक युवा डॉक्टर पर किए गए प्राणघातक हमले का 14 जून से ही काली पट्टी बांधकर कड़ा विरोध किया जा रहा है। डॉक्टर्स और अस्पतालों के विरुद्ध बढ़ते जा रहे हमलों की कड़ी निंदा करते हुए इंडियन मेडिकल एसोशिएशन भिवंडी की अध्यक्ष डॉ. उज्वला बदरापुरकर के नेतृत्व में डॉ.मनोहर अरवारी,डॉ.फराद मोमिन,डॉ.तुषार टावरे,डॉ.मीनल शाह,डॉ.संजीवकुमार गायकवाड़,पूर्व अध्यक्ष डॉ.सलाम अंसारी,डॉ. सुप्रिया अरवारी,डॉ.रविंद्र राजदेकर एवं डॉ.गणपति हेंगड़े,डॉ.अज़ीज़ खान,डॉ.साहिल रईस,डॉ.सुनीता यादव,डॉ.अरुण पाटिल एवं डॉ.अजय भास्करन सहित एक शिष्टमण्डल ने प्रांताधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है। जिसमें अस्पतालों एवं डॉक्टरों के ऊपर आए दिन हो रहे हमले के विरुद्ध राष्ट्रीय स्तर पर कड़ा क़ानून बनाने की मांग की गई है। एसोशिएशन ने हमलावरों के विरुद्ध कम से कम सात साल की सजा का प्रावधान सुनिश्चित करने,हमलावरों के विरुद्ध तत्काल मामला दर्ज करने,दोषियों के विरुद्ध पोक्सो क़ानून की तरह कार्रवाई करने,अस्पतालों को विशेष दर्जा देने एवं उन्हें सुपर जोन घोषित करने की मांग की है। एसोशिएशन इससे पहले भिवंडी तहसीलदार को पश्चिम बंगाल में हुई घटना का विरोध करते हुए ज्ञापन दे चुकी है ।
बतादें कि पश्चिम बंगाल के एक युवा डॉक्टर पर हुएप्राणघातक हमले का इंडियन मेडिकल एसोशिएशन भिवंडी से जुड़े हुए सभी डॉक्टर्स एवं अस्पताल कड़ा विरोध कर रहे हैं वहीं भिवंडी में सैकड़ों की संख्या में निजी चिकित्सालय एवं हेल्थकेयर सेंटर आदि चलाने वाले भिवंडी मेडिकल प्रेक्टिशनर्स एसोशिएशन इस बंद में शामिल नहीं हुआ ।
संवाददाता,भिवंडी। पश्चिम बंगाल के एनआरएस कॉलेज के एक युवा डॉक्टर पर हुए प्राणघातक हमला के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोशियन भिवंडी ने नेेतृत्व में सोमवार सुबह छह बजे से मंगलवार सुबह छह बजे तक सभी अस्पतालों एवं क्लिनिक आदि को बंद किया गया । आईएमए की पूर्व अध्यक्ष डॉ.सुप्रिया अरवारी ने बताया कि मरीजों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर एसोशिएशन से जुड़े हुए शहर के सभी अस्पताल एवं क्लिनिक आदि 24 घंटा के लिए बंद रखा गया है। डॉक्टरों,अस्पतालों एवं उसमें काम करने वाले कर्मचारियों की मांग को लेकर आईएमए के एक शिष्टमंडल ने प्राताधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा ।
बतादें कि इंडियन मेडिकल एसोशिएशन भिवंडी द्वारा पश्चिम बंगाल के एनआरएस कॉलेज के एक युवा डॉक्टर पर किए गए प्राणघातक हमले का 14 जून से ही काली पट्टी बांधकर कड़ा विरोध किया जा रहा है। डॉक्टर्स और अस्पतालों के विरुद्ध बढ़ते जा रहे हमलों की कड़ी निंदा करते हुए इंडियन मेडिकल एसोशिएशन भिवंडी की अध्यक्ष डॉ. उज्वला बदरापुरकर के नेतृत्व में डॉ.मनोहर अरवारी,डॉ.फराद मोमिन,डॉ.तुषार टावरे,डॉ.मीनल शाह,डॉ.संजीवकुमार गायकवाड़,पूर्व अध्यक्ष डॉ.सलाम अंसारी,डॉ. सुप्रिया अरवारी,डॉ.रविंद्र राजदेकर एवं डॉ.गणपति हेंगड़े,डॉ.अज़ीज़ खान,डॉ.साहिल रईस,डॉ.सुनीता यादव,डॉ.अरुण पाटिल एवं डॉ.अजय भास्करन सहित एक शिष्टमण्डल ने प्रांताधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है। जिसमें अस्पतालों एवं डॉक्टरों के ऊपर आए दिन हो रहे हमले के विरुद्ध राष्ट्रीय स्तर पर कड़ा क़ानून बनाने की मांग की गई है। एसोशिएशन ने हमलावरों के विरुद्ध कम से कम सात साल की सजा का प्रावधान सुनिश्चित करने,हमलावरों के विरुद्ध तत्काल मामला दर्ज करने,दोषियों के विरुद्ध पोक्सो क़ानून की तरह कार्रवाई करने,अस्पतालों को विशेष दर्जा देने एवं उन्हें सुपर जोन घोषित करने की मांग की है। एसोशिएशन इससे पहले भिवंडी तहसीलदार को पश्चिम बंगाल में हुई घटना का विरोध करते हुए ज्ञापन दे चुकी है ।
बतादें कि पश्चिम बंगाल के एक युवा डॉक्टर पर हुएप्राणघातक हमले का इंडियन मेडिकल एसोशिएशन भिवंडी से जुड़े हुए सभी डॉक्टर्स एवं अस्पताल कड़ा विरोध कर रहे हैं वहीं भिवंडी में सैकड़ों की संख्या में निजी चिकित्सालय एवं हेल्थकेयर सेंटर आदि चलाने वाले भिवंडी मेडिकल प्रेक्टिशनर्स एसोशिएशन इस बंद में शामिल नहीं हुआ ।


